Saturday, November 15, 2008

दो फज़लापन

देश में विस्फोट हो रहे थे
हर विस्फोट के पीछे सिर्फ़ और सिर्फ़ एक ही समुदाय और एक ही संप्रदाय का हाथ माना जा रहा था
लेकिन यह क्या हुआ साध्वी जी कहाँ से आ गई। और तो और देश के रक्षक ही देश वालों के भक्षक बन बैठे । परत दर परत खुलती जा रही है और भी नाम सामने आने वाले है कुछ सफ़ेद पोश लोगों के कुछ भगवाधारी के और उन लोगों को आभास भी होगया है की उनके नाम खुल सकते है तो हंगामा मचा रहे है और खुल कर उन देशद्रोहियों का समर्थन कर रहे है और तो और भावी प्रधानमंत्री मंच के ऊपर से पूरा समर्थन कर रहे है यह है कुछ देशद्रोहियों की निति दो फजली निति ।
ऐसे लोगों पर कैसे भरोसा रखा जाए जिस के कन्धों पर देश की इस्मत , देश के लोगों की जान की हिफाज़त ,